Christmas Celebration in World: स्लेज घंटियां बज रही हैं और सैंटा क्लॉज तोहफे लेकर आने के लिए तैयार हैं। मिन्स पाई, कैरल सिंगिंग और प्रेजेंट के बीच यह याद रखना मुश्किल हो सकता है कि तारीख कैलेंडर में क्यों है। आइए जानते है कि इस पारंपरिक हॉलिडे को दुनिया भर में कैसे मनाया जाता है।
Merriam-Webster Word of the year 2022: अमेरिकी शब्दकोश वेबसाइट ‘मरियम वेबस्टर’ ने 2022 का शब्द 'गैसलाइटिंग' चुना है। ‘मरियम वेबस्टर’ के एडिटर-एट-लार्ज पीटर सोकोलोवस्की (Peter Sokolowski) ने कहा, 'यह एक ऐसा शब्द है जो अंग्रेजी भाषा में और विशेष रूप से पिछले चार वर्षों में इतनी तेजी से उभरा है कि यह वास्तव में मेरे लिए और हम में से कई लोगों के लिए आश्चर्य की बात है। आइए, जानते हैं गैसलाइटिंग क्या है।
आपस में बैठकर, सहमति बनाकर सिर्फ मनुष्य ही काम नहीं करते, बल्कि पक्षी भी ऐसा ही करते हैं और इसके बाद लोकतांत्रिक तरीके से लिए गए निर्णय का पालन भी करते हैं, वो भी मनुष्यों से बेहतर। गौर करने की बात ये है कि पक्षियों को भी शोर से दिक्कत होती है और वे शोर में नहीं सुन पाते हैं एक-दूसरे की आवाज। ध्वनि प्रदूषण ही नहीं तेज रोशनी से भी पक्षियों के संवाद में पैदा होती है बाधा।
रोम में ग्रुप ऑफ 20 लीडर्स समिट में बोलते हुए पीएम मोदी ने बताया कि भारत 2022 के अंत तक 5 अरब कोरोना वैक्सीन खुराक का उत्पादन करने के लिए तैयार है और ये खुराकें दुनिया के लिए उपलब्ध होंगी।
फाइजर-बायोएनटेक का कहना है कि उनकी कोविद वैक्सीन बूस्टर डोज 95.6% प्रभावी है और इसके लिए कंपनी ने पहली दो-खुराक हासिल कर चुके 10,000 से अधिक व्यक्तियों में बूस्टर डोज का परीक्षण किया।
नाइजीरिया में सेना ने आतंक-विरोधी अभियान के तहत देश में 29 बोको हरम आतंकवादियों को मार गिराया है। इसके अलावा सेना ने आतंकियों के मुखबिर और उनके लिए काम करने वाले 13 लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
2021 Nobel Prize: नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी की अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "मिस रेसा और मिस्टर मुराटोव को फिलीपींस और रूस में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए उनकी साहसी लड़ाई के लिए शांति पुरस्कार मिल रहा है।"
दुनिया में हर साल चार लाख से ज्यादा लोगों की मौत की वजह बनने वाले मलेरिया की नई वैक्सीन आई है। डब्ल्यूएचओ ने बच्चों में इसके इस्तेमाल की सिफारिश की है।
भौतिकी में 2021 का नोबेल पुरस्कार मनाबे, हैसलमैन और पारिसी को संयुक्त रूप से दिया गया है। यह पुरस्कार जापान, जर्मनी और इटली के वैज्ञानिकों को दिया गया है।