नई दिल्ली। rbi एक ऐसा एप लेकर आ रही है, जिसके जरिए आप नकली नोटों की पहचान आसानी से कर सकते हैं। यह एप दृष्टि बाधित लोगों के लिए बनाया जा रहा है, जिससे कि वह लोग भी नकली नोट की पहचान कर सकें। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आरबीआई एक ऐसा एप बनाने के बारे में विचार कर रहा है, जिससे कि देश में चल रही नकी नोटों की पहचान कोई भी कर सके। इसके साथ ही दृष्टिबाधित लोग भी इस ऐप की सहायता से असली और नकली नोटों की पहचान कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि करेंसी नोट की पहचान से संबंधित ऐप को बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए एजेंसी का चयन होने के बाद पता चलेगा कि ऐप कितने दिन में तैयार होगा। इस ऐप को खोलकर कैमरे के सामने नोट रखते ही ऐप पहचान कर बोली के माध्यम से बताएगा कि यह भारत का नोट है और कितने रुपये का नोट है। इसके साथ ही कोशिश यह भी रहेगी कि ऐप यूजर को यह जानकारी किसी और तरीके से भी दी जा सके। जिससे अगर कोई दृष्टि बाधित व्यक्ति वधिर हो तो भी उसे नोट की जानकारी मिल आसानी से मिल सके। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक 31 मार्च, 2019 तक देश में कुल 102 अरब नग करेंसी नोट चलन में थे। अभी एक रुपया के कुछ नोट समेत 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2,000 रुपए के कुल 18 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोट चलन में हैं। 100 रुपए व उससे अधिक मूल्य के नोट में इंटेग्लिओ प्रिंटिंग बोर्ड तकनीक के पहचान के निशान हैं, जिसे दृष्टि बाधित व्यक्ति छू कर पहचान जाते हैं। लेकिन पुराने नोट में ये निशान घिस जाते हैं, जिनकी पहचान में दृष्टि बाधितों को मुश्किल होती है।
नई दिल्ली। rbi एक ऐसा एप लेकर आ रही है, जिसके जरिए आप नकली नोटों की पहचान आसानी से कर सकते हैं। यह एप दृष्टि बाधित लोगों के लिए बनाया जा रहा है, जिससे कि वह लोग भी नकली नोट की पहचान कर सकें। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधिकारी द्वारा मिली जानकारी के अनुसार आरबीआई एक ऐसा एप बनाने के बारे में विचार कर रहा है, जिससे कि देश में चल रही नकी नोटों की पहचान कोई भी कर सके। इसके साथ ही दृष्टिबाधित लोग भी इस ऐप की सहायता से असली और नकली नोटों की पहचान कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि करेंसी नोट की पहचान से संबंधित ऐप को बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके लिए एजेंसी का चयन होने के बाद पता चलेगा कि ऐप कितने दिन में तैयार होगा। इस ऐप को खोलकर कैमरे के सामने नोट रखते ही ऐप पहचान कर बोली के माध्यम से बताएगा कि यह भारत का नोट है और कितने रुपये का नोट है। इसके साथ ही कोशिश यह भी रहेगी कि ऐप यूजर को यह जानकारी किसी और तरीके से भी दी जा सके। जिससे अगर कोई दृष्टि बाधित व्यक्ति वधिर हो तो भी उसे नोट की जानकारी मिल आसानी से मिल सके। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मुताबिक 31 मार्च, 2019 तक देश में कुल 102 अरब नग करेंसी नोट चलन में थे। अभी एक रुपया के कुछ नोट समेत 5, 10, 20, 50, 100, 200, 500 और 2,000 रुपए के कुल 18 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोट चलन में हैं। 100 रुपए व उससे अधिक मूल्य के नोट में इंटेग्लिओ प्रिंटिंग बोर्ड तकनीक के पहचान के निशान हैं, जिसे दृष्टि बाधित व्यक्ति छू कर पहचान जाते हैं। लेकिन पुराने नोट में ये निशान घिस जाते हैं, जिनकी पहचान में दृष्टि बाधितों को मुश्किल होती है।